सिवनी के कर्माझिरी के ग्रामीणों द्वारा पेंच टाइगर रिजर्व में वन्यजीवों के साथ शांतिपूर्वक सह-अस्तित्व के लिए स्वेच्छा से अपने घर और जन्मभूमि छोड़ने का निर्णय प्रकृति में संरक्षण और सद्भाव के महत्व की उनकी गहरी समझ को दर्शाता है। यह वास्तव में क्षेत्र की समृद्ध जैव विविधता की रक्षा के लिए बलिदान और प्रतिबद्धता का एक सराहनीय कार्य है। जोगीवारा गाँव में उनकी नई बस्ती में जाना उनके जीवन का एक नया अध्याय है, जहाँ वे पारिस्थितिकी तंत्र के संरक्षण में योगदान करते हुए प्रकृति के साथ अपने संबंध को संजोए रखेंगे। वन्यजीव संरक्षण के प्रति यह सामंजस्यपूर्ण दृष्टिकोण देश भर में समान चुनौतियों का सामना कर रहे अन्य समुदायों के लिए एक सकारात्मक उदाहरण स्थापित करता है। कर्माझिरी के ग्रामीणों द्वारा प्रदर्शित सह-अस्तित्व और आपसी सम्मान की भावना क्षेत्र में स्थायी संरक्षण प्रयासों के लिए आशा की किरण के रूप में कार्य करती है।