वीर नर्मद साउथ गुजरात यूनिवर्सिटी (VNSGU) के परीक्षा परिणामों को लेकर हाल ही में हुए विवाद ने छात्रों और अभिभावकों दोनों में आक्रोश पैदा कर दिया है। कई लोग मूल्यांकन प्रक्रिया की निष्पक्षता और पारदर्शिता पर सवाल उठा रहे हैं, खासकर यह देखते हुए कि परीक्षा में शामिल हुए 141 छात्रों में से केवल एक छात्र ही पास हो पाया। इस चौंकाने वाले आंकड़े ने एक बार फिर विश्वविद्यालय को जांच के दायरे में ला दिया है, और ग्रेडिंग सिस्टम और मूल्यांकन प्रक्रियाओं की गहन जांच की मांग की है।मास्टर ऑफ यूनिवर्सिटी परीक्षा के लिए पंजीकृत छात्रों की संख्या और बेहद कम उत्तीर्ण दर के बीच चौंकाने वाली असमानता ने वीएनएसजीयू में शिक्षा की गुणवत्ता और शैक्षणिक मानकों के बारे में गंभीर चिंताएं पैदा कर दी हैं। छात्र और उनके परिवार इस बात को लेकर हैरान हैं कि आखिर क्या गलत हुआ और क्या परीक्षा के पेपर के मूल्यांकन में कोई लापरवाही या गड़बड़ी हुई|