जबलपुर में वीरांगना रानी दुर्गावती की 500वीं जयंती समारोह की शुरुआत होते ही पूरा शहर उत्साह से भर गया। सीएम मोहन यादव द्वारा बलिदान दिवस का उद्घाटन इस क्षेत्र के इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण था। ‘पुण्य स्मरण समारोह’ में रानी दुर्गावती की वीरता और बलिदान को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई, जिसमें उनकी अदम्य भावना को दर्शाया गया जो पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी
शिक्षा और जागरूकता पहल के माध्यम से रानी दुर्गावती की विरासत को अमर बनाने के लिए मुख्यमंत्री की प्रतिबद्धता सराहनीय है। उनकी जीवनी को पाठ्यक्रम में शामिल करके और सेमिनार आयोजित करके, सरकार का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि उनकी उल्लेखनीय कहानी दुनिया के हर कोने तक पहुँचे। रानी दुर्गावती, रानी अवंतीबाई और रानी लक्ष्मीबाई जैसी अन्य निडर महिलाओं के साथ, उस साहस और लचीलेपन का उदाहरण हैं जिसने भारत के समृद्ध इतिहास को आकार दिया है।
रानी दुर्गावती को समर्पित आगामी कार्यक्रम उनके जीवन की अनकही कहानियों पर प्रकाश डालने का वादा करते हैं, जिससे गोंडवाना राज्य में उनके योगदान के लिए गहरी सराहना सामने आती है। इन पहलों के माध्यम से, उनके वीरतापूर्ण कार्यों का जश्न मनाया जाएगा, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि उनकी विरासत भविष्य की पीढ़ियों को प्रेरित और सशक्त बनाती रहे।