s: नहीं रहे काशी केविद्वान लक्ष्मीकांत, की थी राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा; PM व CM ने जताया दुखअमर उजाला नेटवर्क, वाराणसी : भारत के सभी प्रांतों सहित विश्वकी उपस्थिति में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रतिष्ठा का मुख्य समारोह सम्पन्न किया गया। कीर्तिशेष दीक्षित जी की दिवंगत आत्मा की शाश्वत शांति हेतु साङ्गवेद विद्यालय परिवार एवं श्रीगीर्वाणवाग्वर्धिनी सभा की ओर से बाबा विश्वनाथ से प्रार्थना की गई।काशी के मूर्धन्य विद्वान पं. लक्ष्मीकांत दीक्षित गुरुजी परम सायुज्य को प्राप्त हुए। अंतिम यात्रा 11 बजे उनके निवास स्थान मंगलागौरी से निकली। इस दौरान काशी के प्रमुख लोग मौजूद रहे। मणिकर्णिका घाट पर उनका अंतिम संस्कार विधि-विधान से किया गया।देश के मूर्धन्य विद्वान और साङ्गवेद विद्यालय के यजुर्वेदाध्यापक लक्ष्मीकान्त दीक्षित के निधन का दुःखद समाचार मिला। दीक्षित जी काशी की विद्वत् परंपरा के यशपुरुष थे। काशी विश्वनाथ धाम और राम मंदिर के लोकार्पण पर्व पर मुझे उनका सान्निध्य मिला। उनका निधन समाज के लिए अपूरणीय क्षति है।